आर्थिक बदहाली, बेतहाशा महंगाई और बेलगाम विदेशी कर्ज के बोझ तले दबे पाकिस्तान के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान को एक ऐसा विशाल स्वर्ण भंडार (Gold Reserve) मिला है, जिसकी अनुमानित कीमत लाखों-करोड़ों रुपये है, और यह देश का पूरा कर्ज चुकाने के लिए पर्याप्त हो सकता है।
तरबेला डैम की मिट्टी में छिपा खजाना
यह बड़ा गोल्ड रिजर्व पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्थित तरबेला डैम की मिट्टी में मिला है। गोताखोरों द्वारा बांध के अंदर से मिट्टी के सैंपल इकट्ठा किए गए, जिन्हें बाद में विस्तृत लैब एनालिसिस के लिए भेजा गया। इन सैंपलों के विश्लेषण से पता चला कि तरबेला बांध की मिट्टी में भारी मात्रा में सोना मौजूद है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस सोने के भंडार की अनुमानित कीमत करीब 636 बिलियन डॉलर आंकी गई है। भारतीय करेंसी में इसकी वैल्यू लगभग 56.34 लाख करोड़ रुपये है। हालांकि, यह अभी एक अनुमानित वैल्यू है, लेकिन यदि यह भंडार पूरी तरह से निकाला जाता है, तो यह पाकिस्तान के लिए एक गेम चेंजर साबित होगा और देश को उसके विदेशी कर्ज से मुक्ति दिलाने में काफी मदद करेगा।
सोना निकालने को तैयार प्राइवेट कंपनी
इस विशाल गोल्ड रिजर्व को निकालने के लिए एक प्रमुख कंपनी ने दिलचस्पी दिखाई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस प्रोजेक्ट की पेशकश सबसे पहले पाकिस्तान जल और विद्युत विकास प्राधिकरण (WAPDA) को की गई है। यदि WAPDA इस प्रोजेक्ट में रुचि नहीं लेता है, तो एयर कराची (Air Karachi) इस सोने को निकालने के लिए तैयार है। एयर कराची ने गोल्ड निकालने के प्रोजेक्ट में निवेश करने, सोना निकालने और उसे देश को सौंपने की पेशकश की है। एयर कराची ने इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए पहले ही वैश्विक विशेषज्ञता हासिल कर ली है। उन्होंने हॉलैंड में ड्रेजिंग एक्सपर्ट्स के साथ-साथ एम्स्टर्डम और कनाडा में अपने पार्टनर्स के साथ बातचीत पूरी कर ली है। कंपनी को केवल पाकिस्तान सरकार से हरी झंडी मिलने का इंतजार है।
पाकिस्तान के लिए संभावित आर्थिक सहारा
पाकिस्तान लंबे समय से अपनी खस्ताहाल इकोनॉमी से जूझ रहा है। बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई ने आम जनता का जीवन मुश्किल कर रखा है, और देश अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) जैसे संस्थानों से लगातार कर्ज लेने को मजबूर है। ऐसे में, तरबेला बांध में मिले इस विशाल सोने के भंडार की खबर देश के लिए आर्थिक सहारा बनने की उम्मीद जगाती है।
पहले भी मिला है सोने का भंडार
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान में बड़े स्वर्ण भंडार की खबर आई है। इसी साल मार्च में भी पंजाब प्रांत में सिंधु नदी के किनारे ₹80,000 करोड़ के सोने का एक बड़ा भंडार मिलने की रिपोर्ट्स सामने आईं थीं। उस भंडार को भी पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के लिए एक संभावित बूस्टर माना गया था। अगर तरबेला बांध से 636 बिलियन डॉलर का सोना सफलतापूर्वक निकाला जाता है, तो यह न केवल पाकिस्तान को कर्जमुक्त कर सकता है, बल्कि उसकी अर्थव्यवस्था को एक मजबूत आधार भी प्रदान कर सकता है। इस प्रोजेक्ट को लेकर अब सभी की निगाहें पाकिस्तान सरकार और WAPDA के अगले कदम पर टिकी हैं।